Nani Maa Ki Majedar Kahani – Chatur Buddhi Se Jeeti Chalak Lomdi चतुर नानी और चालाक लोमड़ी


नानी माँ की मज़ेदार कहानी – चतुर नानी और चालाक लोमड़ी 🦊👵

गाँव के एक छोटे से घर में नानी माँ अपनी प्यारी पोती गुड़िया के साथ रहती थीं। नानी माँ बहुत बुद्धिमान और मज़ाकिया थीं। उनके पास ढेर सारी मज़ेदार और सीख देने वाली कहानियाँ थीं, जो वे रोज़ रात को गुड़िया को सुनाया करती थीं। लेकिन आज की कहानी कुछ खास थी, क्योंकि यह उनकी खुद की ज़िंदगी से जुड़ी थी! 😃

गुड़िया हमेशा कहानियाँ सुनने के लिए उत्साहित रहती थी। एक दिन उसने नानी माँ से पूछा, "नानी माँ, क्या आपके साथ कभी कोई मज़ेदार घटना हुई है?"
नानी माँ मुस्कुराईं और बोलीं, "हाँ बेटा, एक बार मैंने एक बहुत चालाक लोमड़ी को उसकी ही चाल में फँसा दिया था।"
गुड़िया की आँखें चमक उठीं, और वह ध्यान से सुनने लगी। 📖✨


🔸 चालाक लोमड़ी की शरारत 🦊

गाँव में एक बहुत ही चालाक लोमड़ी रहती थी। वह रोज़ रात को गाँव में आकर लोगों के मुर्गे और बत्तख चुरा ले जाती थी। लोग जब सुबह उठते, तो देखते कि उनके पालतू जानवर गायब हैं। गाँव वाले बहुत परेशान थे, लेकिन कोई भी लोमड़ी को पकड़ नहीं पाता था, क्योंकि वह बहुत तेज़ और होशियार थी।

नानी माँ को जब यह बात पता चली, तो उन्होंने सोचा, "अगर इसे समय रहते नहीं रोका गया, तो यह पूरे गाँव को तंग कर देगी!"
उन्होंने ठान लिया कि वह लोमड़ी को सबक सिखाएँगी।


🔹 नानी माँ की चतुराई 👵🧠

नानी माँ बहुत बुद्धिमान थीं। उन्होंने सोचा कि अगर सीधे पकड़ने की कोशिश की, तो लोमड़ी बच निकलेगी। इसलिए उन्होंने एक मज़ेदार योजना बनाई।

उन्होंने आटे की एक बड़ी सी लोई तैयार की और उसमें गुड़, शहद और मसाले मिला दिए। फिर उन्होंने उस लोई को घी में सेंककर एक स्वादिष्ट पकवान बना दिया। यह पकवान इतना खुशबूदार था कि उसकी महक दूर-दूर तक फैल गई। 🍯🍞

फिर नानी माँ ने वह लोई गाँव के बाहर एक बड़े पेड़ के नीचे रख दी और खुद पास में छिपकर बैठ गईं।

कुछ ही देर में लोमड़ी वहाँ आई। जैसे ही उसने मीठी खुशबू सूंघी, उसकी भूख और बढ़ गई। उसने सोचा, "वाह! आज तो बिना मेहनत के स्वादिष्ट खाना मिल गया!" 😋


🔹 लोमड़ी की मूर्खता और नानी माँ की जीत 🎉

लोमड़ी ने बिना सोचे-समझे उस लोई को खाने के लिए मुँह बढ़ाया और पहला टुकड़ा खाया। लेकिन जैसे ही उसने खाना शुरू किया, उसका मुँह चिपचिपा हो गया!

गुड़, शहद और मसाले उसके दाँतों और जीभ से चिपक गए, जिससे वह ठीक से बोल भी नहीं पा रही थी। वह इधर-उधर थूकने लगी, लेकिन उसकी हालत बिगड़ती जा रही थी। 😆

इसी बीच नानी माँ ने मौका देखकर झट से एक जाल डाल दिया और लोमड़ी फँस गई। अब वह भाग नहीं सकती थी! 😲

गाँव के लोग दौड़कर आए और सबने मिलकर उसे पकड़ लिया। उन्होंने उसे गाँव से दूर जंगल में छोड़ दिया ताकि वह दोबारा गाँव में चोरी करने न आ सके।

गुड़िया तालियाँ बजाकर हँस पड़ी, "वाह नानी माँ! आपने तो कमाल कर दिया!" 👏😄
नानी माँ भी हँसते हुए बोलीं, "बेटा, चालाकी से बड़ी कोई ताकत नहीं होती। दिमाग से काम लो, तो कोई भी मुश्किल हल हो सकती है!"

उस दिन के बाद गाँव में फिर कभी लोमड़ी ने कदम नहीं रखा। गाँव वाले नानी माँ की चतुराई के लिए उनकी बहुत तारीफ करने लगे।


🔹 इस कहानी से हमें क्या सीख मिलती है? 🎓

1️⃣ बुद्धिमानी सबसे बड़ी ताकत होती है। 💡
2️⃣ मुसीबत आने पर डरने के बजाय समझदारी से हल निकालना चाहिए। 🤔
3️⃣ हर चालाक व्यक्ति से ज़्यादा चतुर बनने की जरूरत होती है। 🦊➡️👵
4️⃣ जल्दबाज़ी में कोई भी निर्णय नहीं लेना चाहिए। 🕰️


गुड़िया बहुत खुश हुई और उसने नानी माँ से वादा किया कि वह भी हर मुश्किल का हल बुद्धिमानी से निकालेगी। नानी माँ ने उसे प्यार से गले लगा लिया और हँसते हुए बोलीं, "शाबाश बेटा! यही तो असली सीख है!" ❤️😊

कैसी लगी यह मज़ेदार और सीख देने वाली कहानी? अगर अच्छी लगी तो अपने दोस्तों को भी सुनाइए! 🎉💖


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