Nani Maa Ki Mazaidar Kahani – Chatur Nani Aur Shararati Bacche नानी माँ की मज़ेदार कहानी – चतुर नानी और शरारती बच्चे


नानी माँ की मज़ेदार कहानी – चतुर नानी और शरारती बच्चे 🤭👵

गर्मियों की छुट्टियों में जब सभी बच्चे नानी के घर इकट्ठा होते, तो मज़ा ही आ जाता। नानी माँ की कहानियाँ और उनकी मिठाइयाँ सबसे प्यारी होती थीं। लेकिन इस बार नानी ने कुछ नया सोचा था।


🍪 नानी माँ की शर्त

एक शाम, जब सब बच्चे आम के पेड़ के नीचे बैठे थे, नानी माँ ने कहा –
"जो बच्चा मुझसे शरारत करने की सोचेगा, उसे सज़ा मिलेगी!" 😜

बच्चों को लगा कि यह तो कोई आसान चुनौती है। लेकिन वे नानी माँ को हल्के में ले रहे थे। शरारती मोहन ने सबसे पहले कोशिश की। उसने सोचा कि वह नानी की चप्पल छुपा देगा। जैसे ही उसने चप्पल उठाई, उसे अंदर एक कागज मिला –

📝 "जो चोरी करेगा, उसकी शाम को मिठाई बंद!" 🍬❌

अब मोहन डर गया। फिर बारी आई पिंकी की। उसने सोचा कि नानी के तकिए में किचन से थोड़ा सा आटा डाल दे। जैसे ही उसने तकिए को उठाया, वहाँ पहले से ही एक चिट रखी थी –

📝 "जो तकिए से छेड़छाड़ करेगा, उसे दूध के बिना सोना पड़ेगा!" 🥛❌


😃 नानी की चालाकी

अब तो बच्चों को समझ आ गया कि नानी माँ बहुत चतुर हैं। हर बच्चे के लिए उन्होंने पहले से ही एक योजना बना रखी थी। बच्चों ने तय किया कि वे नानी माँ से माफी मांगेंगे और फिर से कोई शरारत नहीं करेंगे।

👵 नानी माँ हँसते हुए बोलीं –
"बच्चों, चतुराई सिर्फ बड़ों में नहीं होती, छोटे भी इसे सीख सकते हैं। लेकिन शरारत ऐसी होनी चाहिए जिससे किसी को नुकसान न हो!"

😄 बच्चे मुस्कुरा उठे और बोले –
"नानी माँ, अब हम आपसे कोई शरारत नहीं करेंगे, बस कहानियाँ सुनेंगे!" 📖

और फिर नानी माँ ने एक मज़ेदार कहानी सुनानी शुरू कर दी। 🎉


🌟 सीख (Moral of the Story) –

चतुराई का सही इस्तेमाल करना चाहिए।
शरारत ऐसी होनी चाहिए जो हानिकारक न हो।
बड़ों की बातें मानना हमेशा फायदेमंद होता है।

🔥 आपको यह कहानी कैसी लगी? कमेंट में बताएं! ⬇️✨


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