Bakri Aur Uske Saat Bacche Ki Kahani Hindi Story बकरी और उसके सात बच्चे – एक मज़ेदार और रोमांचक कहानी

 


बकरी और उसके सात बच्चे – एक मज़ेदार और रोमांचक कहानी 🐐🐺


बहुत समय पहले की बात है, एक जंगल के पास एक छोटी-सी झोपड़ी में एक बकरी 🐐 अपने सात प्यारे बच्चों के साथ रहती थी। वह अपने बच्चों को बहुत प्यार करती थी और उनकी सुरक्षा को लेकर हमेशा सतर्क रहती थी।


📢 माँ की चेतावनी


एक दिन, जब उसे जंगल में खाना लाने जाना पड़ा, तो उसने अपने बच्चों को बुलाया और प्यार से समझाया,


"मेरे नन्हे बच्चों, मैं जंगल जा रही हूँ। याद रखना, दरवाज़ा किसी अजनबी के लिए मत खोलना! खासकर उस चालाक भेड़िए 🐺 से बचकर रहना, क्योंकि वह तुम्हें धोखा देने की कोशिश करेगा। जब मैं लौटूंगी, तो मीठी आवाज़ में गाऊंगी और अपने सफेद पैर दिखाऊंगी।"


बच्चों ने सिर हिलाकर हामी भर दी और बकरी निश्चिंत होकर चली गई।


😈 भेड़िए की चालाकी


बकरी के जाते ही एक भूखा और चालाक भेड़िया वहाँ आ पहुँचा। उसने दरवाज़े पर दस्तक दी—


"टॉक-टॉक-टॉक! मेरे प्यारे बच्चों, दरवाज़ा खोलो, मैं तुम्हारी माँ हूँ!"


बच्चों को तुरंत शक हुआ। उन्होंने भेड़िए की भारी और डरावनी आवाज़ सुनी और जवाब दिया,


"तू हमारी माँ नहीं है! हमारी माँ की आवाज़ मीठी होती है!"


भेड़िया गुस्से में पैर पटकता हुआ चला गया। फिर उसे एक शैतानी योजना सूझी।


🍯 शहद का जादू


भेड़िया एक दुकान पर गया और शहद 🍯 चुराकर खा लिया ताकि उसकी आवाज़ मीठी हो जाए। फिर वह वापस आया और फिर से दरवाजा खटखटाया—


"टॉक-टॉक-टॉक! प्यारे बच्चों, मैं तुम्हारी माँ हूँ, दरवाजा खोलो!"


इस बार उसकी आवाज़ सच में मीठी लग रही थी, लेकिन बच्चे समझदार थे। उन्होंने कहा,


"पहले हमें अपने पैर दिखाओ!"


भेड़िए ने खुशी-खुशी अपने काले पंजे दिखाए। बच्चे चिल्ला पड़े,


"तू झूठ बोल रहा है! हमारी माँ के पैर सफेद होते हैं!"


अब भेड़िया और गुस्से में आ गया, लेकिन वह इतनी जल्दी हार मानने वालों में से नहीं था।


🎭 नया बहाना


भेड़िया पास के एक मिल में गया और अपने पंजों पर आटा मल लिया ताकि वे सफेद दिखें। अब वह बड़े आत्मविश्वास से फिर से दरवाज़े पर पहुँचा और मीठी आवाज़ में बोला—


"बच्चों, देखो! मेरे पैर सफेद हैं! दरवाज़ा खोलो!"


बच्चों ने जैसे ही सफेद पैर देखे, वे धोखा खा गए और दरवाज़ा खोल दिया।


🏠 मुसीबत में बच्चे!


जैसे ही दरवाज़ा खुला, भेड़िया अंदर कूद पड़ा! 😱 बच्चों ने डरकर इधर-उधर भागना शुरू कर दिया—


पहला बच्चा टेबल के नीचे छिप गया 🪑


दूसरा बिस्तर के नीचे 🛏️


तीसरा अलमारी में 🚪


चौथा रसोई में 🍽️


पाँचवां चिमनी में 🏺


छठा परदे के पीछे 🏠


और सातवां घड़ी के अंदर ⏳



भेड़िए ने एक-एक करके सभी बच्चों को पकड़ लिया और खा लिया! लेकिन घड़ी के अंदर छिपे सबसे छोटे बच्चे को वह नहीं ढूँढ पाया। फिर भेड़िया पेट भरकर पास के पेड़ के नीचे सोने चला गया।


😡 माँ की वापसी और चौंकाने वाला दृश्य!


कुछ देर बाद, बकरी जंगल से लौटी। जब उसने अपने घर का बिखरा हुआ हाल देखा, तो उसकी आँखों से आँसू छलक पड़े 😢।


तभी घड़ी के अंदर से सबसे छोटा बच्चा बाहर आया और पूरी कहानी सुना दी। बकरी को बहुत गुस्सा आया! "अब मैं इस भेड़िए को मज़ा चखाऊंगी!" उसने सोचा।


✂️ चालाक माँ की योजना


बकरी ने चुपके से एक कैंची ✂️, सुई-धागा 🧵 और कुछ बड़े पत्थर उठाए और जंगल की ओर भागी। उसने देखा कि भेड़िया गहरी नींद में सो रहा था और उसका बड़ा-सा पेट हिल रहा था।


बकरी ने हिम्मत जुटाई और धीरे-धीरे उसके पेट को चीर दिया। 😲 जैसे ही पेट खुला, उसके छह बच्चे बाहर आ गए—सभी सुरक्षित और खुश!


फिर, बकरी ने जल्दी से पेट के अंदर बड़े-बड़े पत्थर भर दिए और उसे सिल दिया।


🌊 भेड़िए की सजा!


कुछ देर बाद, जब भेड़िया उठा, तो उसे बहुत प्यास लगी। वह पानी पीने के लिए नदी की ओर गया। लेकिन जैसे ही उसने झुककर पानी पीने की कोशिश की, भारी पत्थरों के कारण वह सीधा नदी में गिर पड़ा और डूब गया! 🌊🐺


बकरी और उसके बच्चे खुशी से उछल पड़े और उन्होंने खुशी-खुशी अपना नया जीवन शुरू कर दिया। 🎉


🌟 सीख (Moral of the Story)


1️⃣ माँ की सीख हमेशा ध्यान में रखनी चाहिए।

2️⃣ धोखेबाजों से सावधान रहना चाहिए और किसी पर जल्दी भरोसा नहीं करना चाहिए।

3️⃣ समझदारी और एकता से किसी भी मुसीबत से बचा जा सकता है।

4️⃣ बुरे काम का नतीजा बुरा ही होता है!


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